ECMS Tranche-2: 7,172 करोड़ निवेश मंजूर, 11,808 नई नौकरियाँ
ECMS Tranche-2 भारत में 7,172 करोड़ का निवेश मंजूर, 11,808 नई नौकरियों का रास्ता खुला
भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए Electronics Component Manufacturing Scheme (ECMS) के दूसरे चरण को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के साथ देश में ₹7,172 करोड़ का बड़ा निवेश आने जा रहा है। अनुमान है कि इस फैसले से करीब 11,808 नई नौकरियाँ पैदा होंगी।
यह कदम “Make in India” मिशन को मजबूती देने के साथ-साथ घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन बढ़ाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
क्या है ECMS?
ECMS यानी Electronics Component Manufacturing Scheme—यह योजना भारत में इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है।
सरकार का लक्ष्य है कि देश में ही उच्च गुणवत्ता वाले इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट्स तैयार किए जाएँ, ताकि विदेशी आयात पर निर्भरता कम हो।
किन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिली?
ECMS Tranche-2 के तहत कई हाई-टेक और महंगे इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स बनाने वाली यूनिट्स को मंजूरी मिली है। इनमें शामिल हैं—
- ऑप्टिकल ट्रांससीवर
- स्मार्टफोन कैमरा मॉड्यूल
- ऑटोमोटिव कैमरा मॉड्यूल
- मल्टी-लेयर PCB
- उन्नत चिप्स और इलेक्ट्रॉनिक सेंसर
ये कंपोनेंट्स मोबाइल, लैपटॉप, गाड़ियों और आधुनिक गैजेट्स में इस्तेमाल होते हैं।
11,808 युवाओं को मिलेगा रोजगार
सरकारी अनुमानों के अनुसार इस निवेश से 11,808 नौकरियाँ पैदा होंगी।
इनमें शामिल होंगी—
- तकनीकी असेंबली जॉब्स
- मशीन ऑपरेटर
- टेक्नीशियन
- इंजीनियरिंग प्रोफाइल
- पैकेजिंग और सप्लाई चेन स्टाफ
- क्वालिटी कंट्रोल टीमें
टेक और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए यह बड़ी खुशखबरी है।
Make in India को बढ़ावा
ECMS Tranche-2 से—
- भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग तेज होगी
- विदेशी आयात कम होंगे
- भारत ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में मजबूत भूमिका निभाएगा
- युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन का बड़ा हब बन सकता है।
देश को क्या फायदा होगा?
- टेक सेक्टर में आत्मनिर्भरता
- रोजगार वृद्धि
- निवेशकों का भारत पर भरोसा बढ़ेगा
- एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी की संभावना
- डिजिटल इंडिया को सपोर्ट
निष्कर्ष
ECMS Tranche-2 की मंजूरी भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे न केवल बड़े पैमाने पर निवेश आएगा बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। सरकार का यह कदम भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में एक मजबूत वैश्विक खिलाड़ी बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
